31/7/16

फेसबुक के आप पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव Bad Effects Of Facebook

फेसबुक के बुरे प्रभाव
आज का युग internet का युग है और internet के इस युग में दुनिया के सबसे बड़े social media यानि फेसबुक का बोलबाला है। आज कोई व्यक्ति जब internet इस्तेमाल करना शुरू करता है तो ब्राउज़र का इस्तेमाल करना भले ही ना सीखे पर फेसबुक का profile पहले बनाता है। यहाँ तक कि अगर कोई खुद profile नहीं बना सकता तो वो दूसरों से अपना profile बनवाता है।

फेसबुक हमारे लिए काफी उपयोगी है, इसके द्वारा मित्र-रिश्तेदारों से कम्यूनिकेट करना बहुत ही आसान हो जाता है।

मैं पहले भी लिख चुका हूँ कि फेसबुक के लिए उसके users यानि आप उसके उत्पाद हैं। आप जो भी एक्टिविटी फेसबुक पर करते हैं वो सब लाॅग होती रहती है और फेसबुक इनका प्रयोग आपको समझने और आपके भविष्य की एक्टिविटीज जानने के लिए करता है। तथा इसी जानकारी की मदद से वो प्रचारकों को लुभाता है।

फेसबुक के प्रयोग से आपको बहुत से नुकसान भी होते हैं, जिनसे हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए। अब किसी भी खतरे से निबटने के लिए पहले हमें उन खतरों को पहचानना पड़ता है। इसलिए पहले यहाँ दिए गए फेसबुक के बुरे प्रभावों को जानिये और देखिये आप पर कौन से बुरे प्रभावों का असर हो रहा है। उसके बाद उन बुरे प्रभावों निपटने के उपाय कीजिये।

  1. फेसबुक समय व्यर्थ करता है– मित्रों संस्कृत में एक श्लोक है “अति सर्वत्र वर्जयेते” यानि अति किसी भी काम में नहीं करनी चाहिए। लेकिन बहुत से लोग अपना बहुत सा कीमती समय फेसबुक पर बिताते हैं जिससे उनके अन्य जरूरी काम पूरे नहीं हो पाते। खासकर स्टूडेंट्स के ऊपर तो फेसबुक का बहुत असर पड़ता है और इसके ज्यादा इस्तेमाल से उनकी पढाई पर बुरा असर होता है। लोग मिनट-मिनट में फेसबुक चेक करते हैं और अपना समय बर्बाद करते हैं।
  2. Facebook आपको डिप्रेश करता है– जी हाँ मित्रों फेसबुक और फेसबुक friends आपके सामने ऐसा माहौल बना देते हैं जिससे आपको डिप्रेशन हो सकता है। फेसबुक पर लोग हमेशा अपनी achievements को ही share करते हैं।अब अगर आपके फेसबुक पर सैकड़ों friends हैं तो रोज कोई न कोई friend अपनी कुछ न कुछ achievement जैसे कोई नयी purchase या कोई tour या कोई event की फोटो या स्टेटस share करता है। इसकी वजह से आपको ऐसा लगता है जैसे हर कोई आपसे काफी अधिक खुश और अच्छी स्थिति में है।

    पर असल में भी ऐसा ही हो ये जरूरी नहीं। क्योकि जब लोग समस्याओं से जूझ रहे होते हैं या फिर उनके साथ कुछ बुरा होता है तो अक्सर वो ये बातें फेसबुक पर पोस्ट नहीं करते। इससे फेसबुक पर एक प्रकार का bias पैदा हो जाता है जहाँ हर कोई खुश नजर आता है। और जब आप अपनी असली जिंदगी की तुलना फेसबुक पर उपलब्ध इन ख़ुशी भरी posts से करते हैं तो आपको लगता है कि आप अन्य लोगों की तुलना में ग़रीब, दुखी हैं और आपके जीवन में कुछ exiting नहीं हो रहा है।

    इन बातों से आप समझ गए होंगे कि फेसबुक किस प्रकार ऐसा माहौल बनता है जो आपको डिप्रेशन में ले जा सकता है।
  3. फेसबुक पर चीटिंग और फ्रॉड का खतरा रहता है– फेसबुक internet के माध्यम से चलता है जहाँ पर हर एक व्यक्ति की असलियत को verify करना संभव नहीं है। ऐसे में हम उनके द्वारा दी गयी जानकारी को ही सही मानकर चलते हैं इससे ऐसे लोगों पर भरोसा करना हमें काफी भरी पड़ सकता है।

    हालांकि फेसबुक की टर्म्स एंड पॉलिसीस में अपने बारे में गलत जानकारी देना allowed नहीं है पर इसको फेसबुक verify नहीं कर सकता।ऐसी स्थिति में फेसबुक पर फ्रॉड की खबरें अक्सर अखबारों में आती रहती हैं। इसके अलावा फेसबुक पर share की गयी जानकारियों की सत्यता प्रमाणित करना भी मुश्किल होता है और इसी का फायदा उठाकर कुछ लोग फेसबुक पर झूठ फैलाते रहते हैं।
  4. फेसबुक से छात्रों का रिजल्ट खराब होता है– फेसबुक के अधिक इस्तेमाल से छात्रों की पढाई पर बुरा असर होता है। खासकर फेसबुक notifications और messenger पर chat रिक्वेस्ट से पढ़ाई बहुत डिस्टर्ब होती है और उनका रिजल्ट खराब हो जाता है।
  5. फेसबुक से आपका स्वास्थ्य खराब होता है– फेसबुक का अधिक इस्तेमाल करने वाले दिन भर अपने मोबाइल या ल[पटप से चिपके रहते हैं जिससे उनकी physical एक्टिविटीज कम हो जाती हा जो आपके हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है।
  6. फेसबुक का अधिक इस्तेमाल करने वालों को मौत का भी खतरा रहता है– जो लोग फेसबुक पर अजीब अजीब और खतरनाक जगहों की selfie पोस्ट करते रहते हैं उनकी इन खतरनाक जगहों पर selfie लेने के चक्कर में जान जाने का भी खतरा बना रहता है। selfie डेथ की ख़बरें आए दिन अखबारों में छपती रहती हैं।
  7. फेसबुक आपको internet से अलग कर देता है– जी हाँ फेसबुक भले ही internet पर ही चलता है पर इसके features आपको internet का इस्तेमाल ना कर फेसबुक पर ही रहने के लिए बाध्य कर देते हैं जिससे आप internet पर अन्य एक्टिविटीज करने के बजाय फेसबुक तक ही सिमित रह जाते हैं। और फेसबुक में जो share हुआ, जो न्यूज़ आयी, जो विडियो आया वही देखकर जानकारी जुटाते हैं। इस प्रकार आप internet के इस्तेमाल का पूरा फायदा नहीं उठा पाते।
  8. Facebook आपकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर सकता है– कुछ समय पहले फेसबुक ने एक experiment किया था जब उन्होंने लोगों के फेसबुक फीड में आने वाले posts को फ़िल्टर किया। यानी किसी को सिर्फ अच्छी खबरों वाले posts दिखाए और किसी को सिर्फ बुरी खबरों वाले posts। इसके बाद इन लोगों पर होने वाले प्रभाव को देखा गया। इस प्रयोग से यह स्पष्ट हो गया की फेसबुक पर जिस प्रकार की posts ज्यादा आती हैं लोगों का मूड भी वैसा ही हो जाता है।

    मतलब फेसबुक हमारी भावनाओं को बदल सकता है। यह स्थिति किसी भी समाज के लिए ठीक नहीं होती। क्योंकि यह फेसबुक को एक ऐसी शक्ति दे देती है जो लोगों का काफी नुक्सान कर सकती है। इसलिए फेसबुक का प्रयोग देश के दुश्मन प्रोपेगैंडा फ़ैलाने के लिए भी कर सकते हैं।

    आप थोड़ा ध्यान से देखेंगे तो आप को समझ में आयेगा की यह प्रोपेगैंडा वार फेसबुक पर चल रहा है और इस के लिए लोग आपस में भी लड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं।

    लोगों को लगता है की वे समाज के लिए कुछ अच्छा कर रहे हैं लेकिन दरअसल लोग इस प्रोपेगैंडा वार के मोहरे बन कर रह जाते हैं।
  9. False sense of activism– फेसबुक पर अक्सर लोग समाज में फैली कुरीतियों को लेकर काफी अच्छे कमेन्ट करते हैं और किन्ही घटनाओं के समर्थन या विरोध में अपना dp चेंज करते हैं। इससे उन्हें लगता है की वो समाज में कोई पॉजिटिव चेंज लाने वाले हैं। पर कुछ मामलों को छोड़कर जायदातर आपके इन कमेंट्स या dp चेंज करने से कोई फर्क नहीं पड़ता। सिर्फ आपका और आपके अपनों का समय बर्बाद होता है। इस तरह से समाज सुधारक बनाने के चक्कर में लोग अक्सर प्रोपेगैंडा वार के मुहरे बन कर रह जाते हैं।
  10. फेसबुक offices में employees की productivity को कम कर देता है– फेसबुक जब शुरू में आया था तो स्मार्ट फोन नहीं थे और मोबाइल internet का भी प्रचालन बहुत काम था। जब आप फेसबुक यूज़ करना चाहते थे तो आपको डेस्कटॉप या लैपटॉप पर बैठ कर इसे उसे करना पड़ता था।इस वजह से कम्पनियाँ ऑफिस टाइम में आपके फेसबुक के प्रयोग को बंद या सिमित कर सकती थीं।

    पर आज स्मार्ट फोन और मोबाइल internet के जमाने में यह काम असंभव सा हो गया है। आज लोग ऑफिस में भी अपने मोबाइल पर फेसबुक का इस्तेमाल करते रहते हैं इससे उनका काम का समय बर्बाद होता है और उनकी प्रोडक्टिविटी कम हो जाती है।
मित्रों इस तरह आप देखते हैं कि फेसबुक के इस्तेमाल से हमें क्या क्या नुकसान होते रहते हैं। आपको ऐसा लग सकता है कि ये नुकसान केवल फेसबुक का अधिक इस्तेमाल करने वालों को ही होता है पर ऐसा नहीं है।

फेसबुक का इस्तेमाल अगर आप प्रतिदिन 10 मिनट भी करते हैं तो भी आपको इसमे से कुछ नुकसान जैसे डिप्रेशन आदि हो सकते हैं।

जरूर पढ़ें फेसबुक इतने पैसे कैसे कमाता है? How Does Facebook Earns So Much Money?

दोस्तों फेसबुक के आप पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव इस विषय पर मेरी यह post कैसी लगी? कमेंट या ईमेल के द्वारा हमें बता सकते हैं। हमारा ईमेल पता है safalbharat.com@gmail.com ।


अगली post का इन्तजार कीजिये और बार-बार SafalBharat.Com ब्लॉग को देखते रहें। या फिर आप हमारा इमेल सब्सक्रिप्शन भी ले सकते हैं जिससे हमारी प्रत्येक नयी पोस्ट की जानकारी आपको अपने ईमेल पर अपने आप मिलाती रहे। सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

याद रखें यहाँ क्लिक करने के बाद एक पॉपअप खुलेगा, जिसमें ईमेल पता और सिक्यूरिटी कोड डालकर सब्सक्राइब करने के बाद Google FeedBurner आपको एक ईमेल भेजेगा जिसमे दिए link को क्लिक करने से आपका सब्सक्रिप्शन पूरा होगा। इसलिए यहाँ सब्सक्राइब करने के बाद अपना ईमेल चेक करें और google द्वारा भेजे ईमेल में दिए link को क्लिक कर अपना सब्सक्रिप्शन पूरा करें। कई लोग ये स्टेप भूल जाते हैं और जिससे उन्हें नयी पोस्ट की जानकारी नहीं मिलती।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें